देखा जाए तो आज भी लोग गेंहू के बाद धान यानी की चावल को खाना ज्यादा पसंद करते है, इसका एक मुख्य कारण यह है की यह बहुत ही हल्का भोजन होता है और यह पेट में जल्दी भी पच जाता है एवं बहुत स्वादिष्ट और गुणकारी होता है। यही वजह है की हमारे रोजाना खाने में चावल और धान का उपयोग बहुत इंपॉर्टेंट हो जाता है । धान से चावल और इससे विभिन्न प्रकार के उपवान तैयार किए जाते हैं, इसलिए धान या चावल हमारे लिए बहुत जरुरी है।
लोगों में पसंदीदा भोजन होने के वजह से लोग धान का बिजनस भी करने लगे है, इस बिज़नस में लोग हर महीने के लाखों करोड़ो रूपए बहुत ही आसानी से कमा रहे है। आप भी अगर इस बिजनस को करते है तो आप भी लाखो रूपए महीने के बहुत ही आसानी से कमा सकते है।
तो आईये आज हम जानते है की आप इस बिज़नस को करके महीने के लाखो रूपए कैसे कमा सकते है ,इसमें आपको कितनी मेहनत और कितना दिमाग़ खफ़ाना होता है , इस बिज़नस में आपको कितने रूपए इन्वेस्टमेंट करने की जरूरत होती है और आपको इसमें कितना प्रॉफिट हो सकता है या आपको कितना नुकसान झेलना हो सकता है।
Dhan Ka Business Kaise Kare | धान का बिज़नस कैसे शुरू करे
धान का बिजनेस
धान का बिजनस करने के लिए आपको सबसे पहले तो धान की आवश्यकता होगी और अगर आपके पास खुद की खेती है तो आप इस खेत में खुद का धान बो सकते है और इसका दमदार बिजनस कर सकते है।
अगर आपके पास खुद का खेत नहीं तो आपको बिल्कुल निराश नहीं होना है। आप बटैया पर खेत ले सकते हैं या खुद का खेत है तो आप खुद खेती कर सकते हैं या करवा सकते हैं अगर ये संभव नहीं है तो आप धान को किसी बड़े किसान से भी खरीद सकते है। अगर आप किसान के पास से खरीदते हैं तो धान बहुत ही सस्ते दामो में धान मिल जाएगी है, जिसकी मदद से आप अपना खुद का बिजनस कर सकते है।
फिर आप आप इस धान को आम लोगो में बेच सकते है,इसे बेचने के लिए आपको थोडा सही से दिमाग से काम लेने आवश्यकता होती है, इसके लिए आपको रोज के धान के भाव को चेक करना होगा की बाज़ार का रेट कितना गिरा है, कितना चढ़ा है। बाजार मे कल क्या दाम में धान बिका था और आज क्या रेट चल रहा तो अपने सहूलियत के हिसाब से धान शहर ले जाकर बाजार के हिसाब से या A ग्रेड धान को आप मन मुताबिक मुनाफ़ा कमा सकते हैं, या जो भी दिन धान के भाव में वृद्धि बढे आप इसको उस दिन चाहे तो बेच सकते है। आप चाहे तो इसे किराने की दुकान पर भी बेच सकते है या कहीं दूर शहर जाकर आप बढिया मुनाफ़ा कमा सकते हैं , आस पास के कराने के दुकान में बेचने से एक ये भी बढ़िया रास्ता मिल जाएगा बढ़िया विक्री के लिए क्योंकि यहा से आम लोग या कोई भी धान को बहुत अधिक मात्रा में खरीदते है।
धान के बिज़नेस के लिए लाईसेंस कैसे लें
अगर ये बिज़नेस आप करना चाहते हैं तो इस बिजनस को करने के लिए गुमास्ता लाइसेंस की जरुरत होगी। ये गुमास्ता लाइसेंस आपको आपकी नगर निगम से भी मिल जाएगा है या फिर आप इसको Online भी मिल जाएगा ।
और फिर इसके बाद आपको इस बिज़नस को करने के लिए Food License की भी जरुरत पड़ती है। आप इसको भी ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है.इसको ऑनलाइन लेने के लिए आप FSSAI की ऑफिसियल वेबसाइट पर जा सकते है।
धान के बिजनेस में कितना खर्च लगता है
अब जानते हैं खर्च कितना लगेगा तो इस बिजनस को करने के लिए आपको बहुत ज्यादा लागत करने की आवश्यकता नहीं होती है, और इस बिज़नस को करने के लिए तो आपको सबसे पहले अपने बिजनस के लिए एक दुकान की आवश्यकता होगी ,दुकान किराये पर का हो या अपना है तो और बढ़िया है। ये शॉप में से आप अपने धान को रख कर आम लोगो में बहुत ही आसानी से बैच सकते है और ये ठीक ठाक बिक जाएगी, और अब आपको अपने बिजनस के लिए धान की आवश्यकता होगी। अगर आपके पास खुद की खेती है और आप उसमे धान की खेती करते है तो आपको इसमें धान को मार्किट से भी नही खरीदना पड़ेगा, और इससे आपको बहुत ज्यादा मुनाफा हो सकता है।
इस प्रकार आपको इस बिज़नस को करने के लिए शुरू में कम से कम 20,000 रूपए से लेकर 30,000 रूपए तक की ही जरूरत होती है, और इतने रूपए में से आप इसका बढिया बिज़नस शुरू कर पाएंगे।
धान के बिज़नेस में लाभ
ये बिजनस को करने से आपको बहुत ज्यादा मुनाफा हो सकता है। आप अगर खुद खेती करते है तो आप अपने धान को सीधे मार्केट में दुकान में रख कर बेच सकते है। मानिए आप इस धान को मार्केट में कम से कम 25 रूपए किलो से लेकर 50 रूपए किलो तक बेच सकते है तो आपके मन लायक बढ़िया कमाई हो जाएगी।
आपके पास खेती नहीं है तो आप इसको किसी भी एक बड़े किसान से खरीद सकते है। और अच्छी बात ये है की बड़े किसान से आपको यह धान कम से कम 15 रूपए प्रति किलो में बहुत ही आसानी से मिल सकता है।
इसको आप मार्केट में 25 रूपए से लेकर 50 रूपए किलो तक बेच सकते है, इस तरह से अगर आप अपने बिज़नस में एक किलो धान पर कम से कम 10 रूपए से लेकर 30 रूपए तक मुनाफ़ा लेकर बहुत ही आसानी से कमा सकते है। अलावा इसके अगर आप एक दिन में जितना भी धान बेचते है तो आपको इसका प्रॉफिट ठीक ठाक मिल जाता है।
धान के बिजनेस में नुकसान
इस बिजनस में गर आप लापरवाही करते हैं तो धान का खराब होने की स्थिति जैसे :– धान का सुन्न यानी खोखला पड़ जाना, धान में कीड़े लग जाना,धान किसी पानी के आभाव में आने से सड़ने लगना इत्यादि होने से ही नुकसान होने की सम्भावना बनी रहती है, धान जो है पानी के कारण बहुत जल्दी ही खराब हो जाता है ,और इससे बचने के लिए आप अपने धान को पानी से बहुत दूर किसी सूखे जगह स्टोर रखे, जिससे आपको इस बिज़नस में नुकसान न हो पाए।
काले धान के व्यापार में है अच्छा स्कोप
कालाधान की पैदावार सामान्य धान की तुलना में कम होने के बावजूद इससे किसानों को अच्छा मुनाफा होता है। काला धान का बाजार मूल्य 400 से 800 रूपये किलोग्राम के बीच होता है। 400 से 800 रुपये प्रति किग्रा तक बिकने वाले काला धान की खेती से किसानों के भी सपने पूरे होंगे और व्यापारियों के भी । इसकी खेती में खाद, कीटनाशक का उपयोग नहीं होता, जिस वजह से इसकी खेती में लागत कम आती है, इसके चावल में रसायनों का खतरा भी नहीं होता। यही कारण है की कालाधान की पैदावार सामान्य धान की तुलना में कम होने के बावजूद भी किसानों को इससे अच्छा मुनाफा होता है। इसके अलावा काला धान की फसल में रोग और कीट पतंगो का प्रभाव नहीं होता हैं। काला धान किसानों के लिए सोना है, किसानों के बीच काला धान की अत्याधिक चर्चित किस्म है, कई किसान काला धान (चावल) की खेती करना चाहते हैं परन्तु उन्हें यह नहीं पता है कि यह बीज उन्हें कहाँ से मिलेगा। मई के बाद किसान धान की नर्सरी तैयार करने का काम शुरू कर देंगे। किसान नर्सरी से पूर्व अधिक उत्पादन एवं अधिक आय देने वाली उन्नत किस्मों के बीज खरीदने के लिए जानकारी खोज रहे हैं। कुछ ऐसे भी किसान है जो इस वर्ष काला धान की खेती करना चाहते हैं। ऐसे किसानों के लिए ट्रैक्टरजंक्शन की इस पोस्ट में काला धान चावल बीज कहाँ मिलेंगे, इसकी खेती कैसें करें, इसकी उन्नत किस्म, पैदावार इत्यादि की जानकारी दी जा रही है। आज की इस पोस्ट से ऐसे किसानों को फायदा होगा जो इस वर्ष काला धान की खेती करना चाहते हैं। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी बेहद ही अच्छी खबर है, अब शुगर के रोगी भी बेखौफ होकर चावल खा सकेंगे। मधुमेह और रक्तचाप के मरीजों के लिए भी काले धान का चावल वरदान साबित होगा। इसके खाने से शुगर बढ़ने का खतरा नहीं होगा, यह एक दवा की तरह ही काम करता है।
सामान्य धान से अधिक महंगा बिकता है काला धान
काला धान सामान्य धान की अपेक्षा कई गुना अधिक महंगा बिकता है। बाजार में इसका चावल 300 से लेकर 500 रुपये किलो तक बिकता है, तो वहीं विदेशों में भी इस चावल की काफी मांग बढ़ रही है। हालांकि इसकी पैदावार सामान्य धान की तुलना में बहुत कम है, लेकिन इसका रेट अधिक होने के कारण किसानों के लिए बेहतर मुनाफे का सौदा है। धान उत्पादक देशों में भारत का नाम काफी आगे है। भारत में धान का उत्पादन मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, ओडिशा से किया जाता है। इनके अलावा और भी कई राज्यों में छोटे स्तर पर धान की खेती की जाती है। भारत में हर साल करीब 37 मिलियन हेक्टेयर में होने वाली धान की खेती से 100 से 150 मिलियन टन चावल की पैदावार होती है। भारत में चावल की अच्छी पैदावार और खपत के साथ-साथ बड़े स्तर पर इसका निर्यात भी किया जाता है।
काले चावल की किस्में (Farming of Black Rice)
पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह किसानों का रुझान नए हाइब्रिड धान के बीजों की तरफ तेजी से बढ़ा है। इसके चलते किसान धान फसलों की पुरानी किस्मों को भूल रहे हैं। इसका नतीजा यह हुआ है कि धीरे-धीरे ये किस्में बाजार से गायब हो रहीं हैं। ऐसे में कुछ ऐसे भी किसान हैं जो धान की पुरानी किस्मों की न केवल खेती कर रहे हैं, बल्कि दूसरे किसानों को भी इसकी खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं। काले धान की खेती पूर्ण रूप से ऑर्गेनिक तरीके से होती है। अगर काले धान की खेती में रसायनिक खादों का उपयोग किया जाता है तो इसकी फसल काफी लम्बी हो जाती है। जिससे गिरने का डर रहता है। इस कारण इसकी खेती में रसायनिक खादों का प्रयोग नहीं किया जाता है। और यह पूर्ण रूप से खाद, कीटनाशक एवं रसायनों मुक्त होती है। काले धान की खेती के लिए इसकी प्रमुख किस्में इस प्रकार है- काला नमक, काला भात, जवा फूल, कला मल्ली, तिलक चंदन जैसी धान की किस्म है, लेकिन समय के साथ इन किस्मों की पैदावार नाममात्र की होती गई। इस वजह से कृषि विभाग इन पुरानी किस्मों को सहेजना का काम कर रहा है। कृषि विभाग किसानों को काले धान की इन किस्में के बीज के साथ-साथ जैविक खाद और दवाई छिड़कने का स्प्रेयर भी दे रहा है। वहीं किसानों को कृषि वैज्ञानिकों द्वारा उन्हें परामर्श भी मिलता है।
काले धान की खेती कैसे होता है
यदि आप खुद से धान की खेती करते हैं तो, काला धान आपके लिए अच्छे कमाई का बहुत बेहतर ऑप्शन है। काले धान की खेती भी लगभग सामान्य धान की खेती की जैसी ही की जाती है। काला धान की खेती वैसे ही खेतो में होती है, जैसे खेतो मे समान्य धान की खेती होती है। इसकी खेती वही संभव है जहां पानी ज्यादा न लगता हो। क्योंकि इसे हाइब्रिड धानों के मुकाबले कम पानी की आवश्यकता होती है। इसके पौधों की हाइट तकरीबन साढे 4 फीट से लेकर 5 फीट तक के होते हैं और इसमें फर्टिलाइजर के रूप में सिर्फ पोटाश का उपयोग हो सकता है। यूरिया एवं अन्य उर्वरक के प्रयोग से पौधे और ज्यादा लंबे होकर गिरने की संभावना रहती है। जैविक तरीके से काला धान की खेती काफी बेहतर होती है।
दोस्तों मैंने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया कि धान का बिजनेस कैसे करे? यदि आपको यह आर्टिकल पढ़कर नॉलेज मिला है, तो आप इस आर्टिकल को अपने परिवार वालों तथा अपने मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। ताकि यह जानकारी उन लोगों को भी मिल जाए। यदि आपको इस आर्टिकल में कोई भी दिक्कत का सामना करना पड़ा है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जानकारी दे सकते हैं, हम उस कमेंट का जवाब अवशय देंगे। अधिक व्यवसायिक युक्तियों के लिए आप हमारे वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं, हमने अलग अलग तरह की कई व्यवसायिक युक्तियों के बारे में जानकारी अपने इस वेबसाइट पर दिया है। मिलते हैं अगले आर्टिकल में, तब तक के लिए धन्यवाद।