डॉक्टर कैसे बने की जानकारी हिंदी में Doctor Kaise Bane in hindi

डॉक्टर बनने के लिए MBBS की डिग्री का होना आवश्यक है। यह डिग्री मेडिकल में एंट्री कार्ड की तरह माना जाता है । MBBS साढ़े पांच साल का कोर्स होता है जिसमे 4.5 साल पढ़ाई करना होता है और उसके बाद एक साल की इंटर्नशिप होती है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Doctor Kaise Bane डॉक्टर कैसे बने की सारी जानकारी हिंदी में  इसकी सारी जानकारी उपलब्ध करवाएंगे ।

मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें

NEET के एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करें, और अच्छे मार्क्स से पास करें। फिर मेडिकल का कोर्स पूरा करके, अच्छे मार्क्स से पास करे। कोर्स पूरा होने के बाद डॉक्टर बनने लिए इंटर्नशिप करे। इंटर्नशिप के बाद मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया से डिग्री मिलने के बाद आप डॉक्टर बन जायेंगे।

Doctor बनने के लिए मुख्य बातें

12th विज्ञान विषय से किया होना चाहिए जिसमे फिजिक्स ,केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय होना जरूरी है।

इंटर के हर विषय में कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए।

इंग्लिश भाषा का ज्ञान अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि अधिकतर  किताब English में ही मिलेगा।

MBBS कोर्स के लिए अप्लाई करते आपकी उम्र कम से कम 17 साल और अधिकतम 25 साल से अधिक नहीं होना चाहिए।

डॉक्टर बनने के लिए  कौन-कौन सा विषय पढ़ना होगा?

अगर आप डॉक्टर बनना चाहते है तो इसकी तैयारी 10वीं कक्षा से ही शुरू हो जाता है जहाँ से आपको अपने कुछ विषय पर अधिक ध्यान देना होगा, क्योंकि अगर आपका बेसिक सही रहेगा तो आगे का रास्ता आसान होता चला जायेगा। 

10th क्लास में जाने के बाद क्या करे?

अगर आप अभी 10th क्लास में है या जाने वाले है और यदि आपकी इच्छा डॉक्टर बनने की है तो बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री पर विशेष ध्यान दे जिससे आपका बेसिक जानकारी मजबूत रहें ।

10 वीं पास करने के बाद Doctor Kaise Bane, डॉक्टर बनने के लिए किस विषय को रखकर 12th करे?

10 वीं पास करने के बाद इंटर (12th) में एडमिशन लेते वक्त विज्ञान संकाय (Science Subject) से एडमिशन लेना होगा जिसमे फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी होना जरुरी है अगर आप इन तीनो में से कोई  भी एक विषय नहीं लेते है तो आप डॉक्टर बनाने के लिए आगे का पढ़ाई नहीं कर पाएंगे। इसलिए इंटर PCB के साथ करना होगा।

मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी की शुरूआत कब करें?

11 वीं क्लास में एडमिशन लेने के साथ ही मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करना शुरू कर देना सही होगा आपके लिए। क्योकि इंटर के फाइनल एग्जाम परीक्षा से पहले ही Medical Entrance Exam- NEET का फॉर्म भरना शुरू हो जाता है , और 12th बोर्ड परीक्षा के आस-पास Medical Entrance Exam भी हो जाता है । अगर आप डॉक्टर (Doctor) की पढाई के लिए मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेना चाहते है तो इस एंट्रेंस एग्जाम को भी पास करना होगा। यदि आप इस एग्जाम में पास हो जाते है तो 12th के रिजल्ट के बाद अच्छे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं । यह Medical Entrance Exam का Syllabus टोटली Intermediate के Syllabus पर ही आधारित होता है।

यह एग्जाम बहुत मुश्किल होता है क्योकि कई लाख बच्चे भाग लेते है । काफी बच्चों के भाग लेने के कारण कम्पटीशन लेवल काफी हाई होता है । इसलिए अगर आप अच्छी पढाई नहीं करेंगे तो आप एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा रैंक नही ला पाएंगे, और अगर अच्छा रैंक नहीं आया तो अच्छा कॉलेज में एडमिशन नहीं होगा। इसलिए एग्जाम की तैयारी अच्छे से करे। NEET के Previous Year Question Paper Solve करने चाहिए, इससे विद्यार्थियों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र के प्रारूप को समझने में आसानी होगी।

डॉक्टर की पढ़ाई में कितना खर्च होता है ।

अगर आप अच्छा रैंक लाते है तो गवर्मेंट कॉलेज में आसानी से एडमिशन मिल सकता है जिसमे फीस, प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले 10 गुणा तक कम होता है। अगर सरकारी स्कूल की फीस की बात करें तो अधिकतम 25 से 30 हजार रूपये सालाना होता है। वही प्राइवेट कॉलेज की बात करें तो 5 लाख से 30 लाख या उससे ज्यादा भी हो सकता है।

मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए पहले State Level के अलग Medical Entrance Exam , AIIMS के अलग Entrance Examination , NEET के अलग एग्जाम होते थे और उसी के आधार पर एडमिशन मिलता था लेकिन अब सिर्फ NEET का ही Entrance Exam लिया जाता है और उसी के आधार पर सभी कॉलेजो में एडमिशन होता है चाहे राज्य सरकार के अधीन कॉलेज हो या केंद्र सरकार के।

NEET –  National Eligibility and Entrance test

जब आप एंट्रेंस एग्जाम पास कर लेते है तो रैकिंग के आधार पर आपको एमबीबीएस करने के लिए मेडिकल कॉलेज आल्लोट किया जाता है जिसमे आपको एडमिशन लेना होगा, एडमिशन लेने के बाद करीब 4.5 साल पढाई करना होगा जिसमे अच्छे नंबर से पास होना होगा। इसके अलावा इस परीक्षा में पास होने के बाद किसी मेडिकल कॉलेज में एक साल का इंटर्नशिप करना होगा।

इस इंटर्नशिप के पूरा होने के बाद आपको मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा मेडिकल डिग्री प्रोवाइड किया जाता है, जिसके बाद आप किसी भी हॉस्पिटल में डॉक्टर बन सकते है।

डॉक्टर को कितना सैलेरी मिलता है?

जब आप एक डॉक्टर बन जाते है उसके बाद आरंभ में कम से कम 40-50 हज़ार रुपये महीने का आसानी सैलेरी मिल जाता है। वही सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद केंद्र सरकार के अस्पतालों में डॉक्टर का आरंभिक वेतन 70-80 हजार रुपये तक दिया जाता है। 

आपके जानकारी के लिए बता दें कि MBBS एक बैचलर डिग्री होता है अगर आप मेडिकल में मास्टर डिग्री लेना चाहते है तो MD (Doctor of Medicine) या MD-MS [Doctor of Medicine (MD) and Master of Science (MS)] कर सकते है। यह MD-MS 3 साल का कोर्स होता है यह कोर्स करने के बाद आप एक स्पेस्लिस्ट डॉक्टर बन जाते है।

अगर आप सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर बनना चाहते है तो MD करने के बाद DM (Doctorate of Medicine) कर सकते है यह कोर्स भी 3 साल का होता है।

 

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