Flipkart Seller बनकर कर Business कैसे करे | flipkart ke sath business kaise kare

Flipkart के साथ कैसे व्यवसाय शुरू किया जा सकता है इस विषय पर हम आपको सारी जानकारी देंगे, लेकिन साथ में हमें यह भी जान लेना जरूरी है की हमारे देश में Online Shopping करने वालों में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने कभी फ्लिपकार्ट से कुछ खरीददारी नहीं की हो। Online Shopping market में यह वेबसाइट भारत में बहुत प्रचलित है ।

Flipkart के साथ बिज़नेस शुरू करने की प्रक्रिया भी बेहद आसान एवं स्पष्ट है इसलिए पंजीकरण से लेकर दस्तावेज अपलोड करने का काम सब ऑनलाइन ही हो जाता है । हालांकि अभी तक फ्लिपकार्ट की पूरे देश में नहीं फैली है, लेकिन धीरे- धीरे यह कंपनी अपने व्यापार को बढ़ा रही है इसलिए रजिस्टर करते वक्त यदि किसी Area Pin Code के अंतर्गत फ्लिपकार्ट की सर्विस उपलब्ध नहीं है तो Flipkart की Official website के अनुसार ऐसे विक्रेता को उस क्षेत्र में फैसिलिटी उपलब्ध होने पर उनके ईमेल पर अवगत कराया जायेगा।

अब यदि कोई व्यापारी फ्लिपकार्ट के साथ अपने व्यवसाय का सोच रहा होगा तो यह स्वाभाविक है की उसके मन में आएगा की फ्लिपकार्ट क्या है? तो आइए जानते हैं कि फ्लिपकार्ट क्या है?

Flipkart एक e commerce कंपनी है जिसका व्यपार भारत के लगभग 1000 शहरों में फैला हुआ है | एक आंकड़े के मुताबिक कंपनी के साथ 7.5 करोड़ से अधिक ग्राहक पंजीकृत हैं जिसके चलते Flipkart एक महीने में 80 लाख Shipments लोगों के घर तक पहुँचाता है | फ्लिपकार्ट की स्थापना 2007 में सचिन बंसल एवं बिन्नी बंसल नामक दो व्यक्तियों ने की थी | शुरूआती दिनों में इन्होने अपने बिज़नेस की शुरुआत अपनी वेबसाइट के माध्यम से किताबें बेचकर की थी किन्तु वर्तमान में FlipKart में 33000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं | और फ्लिपकार्ट का Head Quarter बंगलौर में स्थित है।

 

फ्लिपकार्ट के साथ बिजनेस कैसे शुरू करें ?

Flipkart के साथ व्यवसाय करने के लिए दुकानदारों या अन्य व्यक्तियों जो किसी उत्पाद को फ्लिपकार्ट पर बेचना चाहते हैं उन्हें सेलर बनना पड़ता है | और सेलर बनने के लिए फ्लिपकार्ट को सेलर से विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों की डिटेल्स एवं डिजिटल कॉपीस की आवश्यकता होती है | यद्यपि अलग अलग बिजनेस एंटीटीज के आधार पर अलग अलग दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है | लेकिन कुछ प्रमुख दस्तावेजों की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है ।

यदि बिजनेस का प्रकार प्रोपराइटरशिप है, तो केवल व्यक्ति का अपना निजी PAN Card की आवश्यकता होती है। यदि बिजनेस का प्रकार कंपनी है तो कंपनी के ओनर के पैन कार्ड के साथ कंपनी के पैन कार्ड चाहिए होगा ।

■ यदि कारोबारी व्यक्ति या दुकानदार फ्लिपकार्ट के माध्यम से केवल किताबें बेचना चाह रहा हो तो उसे Taxpayer Identification Number की आवश्यकता नहीं होगी लेकिन हाँ किताबों के अलावा अन्य उत्पादों के लिए वैट / टीन नंबर अनिवार्य है |

■ बैंक के खाते का विवरण एवं अन्य सहयोगी KYC documents जैसे Address Proof , and Cancelled Cheque की आवश्यकता Flipkart के साथ बिज़नेस करने के लिए हो सकती है |

 

फ्लिपकार्ट पर सेलर कैसे बनें

Flipkart के साथ बिज़नेस करने अर्थात Seller बनने के लिए इच्छुक व्यक्ति / कंपनी को फ्लिपकार्ट की Official Website के इस पेज पर जाना होता है | E Mail ID एवं Phone Number भरकर आगे Instructions Follow Registration Process को करना होता है इसमें लगभग 15-20 मिनट तक का समय लग सकता है |

रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद कारोबारी को अपने उत्पादों को फ्लिपकार्ट की वेबसाइट में लिस्ट करना होता हैं | प्रोडक्ट लिस्ट हो जाने के बाद यह फ्लिपकार्ट की वेबसाइट पर ग्राहकों के लिए विजिबल हो जाते हैं जैसे ही कोई ग्राहक उस उत्पाद को खरीदता है तो सेलर के पास यह इनफॉर्मेशन पहुँच जाती है | विक्रेता के पास जानकारी आ जाने के बाद विक्रेता को चाहिए की वह उत्पाद को अच्छे ढंग से पैक करके रख दे ताकि फ्लिपकार्ट का कुरियर पार्टनर उसे उठाकर ले जाए |

 

फ्लिपकार्ट के साथ व्यापार के लिए कुछ आवश्यक जानकारी

फ्लिपकार्ट के साथ बिजनेस करने के इच्छक व्यवसायियों को कुछ महत्वपूर्ण बातें जरूर जाननी चाहिए जिनकी लिस्ट निम्नवत है |

■ आर्डर सफलतापूर्वक ग्राहक तक पहुँचने के हफ्ते दो हफ्ते अर्थात 7-14 दिन के अंतर्गत फ्लिपकार्ट द्वारा Seller का Payment Settlement किया जाता है |

■ जिन विक्रेताओं के पास केवल पैन कार्ड है और TIN नहीं है वे केवल किताबें ही फ्लिपकार्ट पर बेच सकते हैं I विक्रेता अपने उत्पाद की कीमत खुद तय करेगा |

■ फ्लिपकार्ट के साथ व्यवसाय करके की गई कमाई फ्लिपकार्ट 7-14 दिनों के अन्दर सीधे विक्रेता के बैंक अकाउंट में नेफ्ट के माध्यम से ट्रान्सफर कर देता है ।

फ्लिपकार्ट के साथ बिज़नेस करने के लिए विक्रेता को कम से कम 10 अलग अलग उत्पाद लिस्ट करने की आवश्यकता होती है | फ्लिपकार्ट के साथ बिज़नेस करने के लिए विक्रेता के प्रत्येक उत्पाद के बिक जाने पर विभिन्न प्रकार की फीस जैसे कमीशन फी, शिपिंग फी , कलेक्शन फी , फिक्स्ड फी एवं सर्विस टैक्स लगता है इसलिए विक्रेता को किसी प्रोडक्ट की बिक्री की कीमत तय करते वक्त ही इन सब फीस को ध्यान में रखना चाहिए |

  • सेलर द्वारा अपने प्रोडक्ट को लिस्ट कर लेने के बाद जब कोई ग्राहक उसे फ्लिपकार्ट की वेबसाइट से खरीदता है तो सेलर को इसका पता लग जाता है | अब सेलर को चाहिए की वह अपनी दुकान पर सम्बंधित उत्पाद को अच्छी तरह पैकेजिंग एवं उस पर ग्राहक का पता चिपकाकर रख दे ताकि फ्लिपकार्ट के लॉजिस्टिक पार्टनर दुकान पर आ कर उस पैकेट को कलेक्ट करके ग्राहक तक पहुंचा सके |
  • फ्लिपकार्ट के साथ रजिस्टर कर रहे कारोबारी का क्षेत्र यदि सर्विसेबल नहीं है फिर भी वह अपने एरिया कोड को सेव करके रजिस्टर प्रोसेस कंटिन्यू रख सकता है | उस विशेष क्षेत्र में सर्विस उपलब्ध होने पर फ्लिपकार्ट द्वारा उद्यमी को सूचित कर दिया जायेगा |
  • फ्लिपकार्ट के पास पैकेजिंग मैटेरियल उपलब्ध करने वालों का एक मजबूत नेटवर्क है | इसलिए फ्लिपकार्ट उद्यमियों को पैकेजिंग मैटेरियल दिलाने में भी मदद करेगा |
  • फ्लिपकार्ट ने विक्रेता की सुरक्षा की दृष्टि से एककी संरचना की है | यदि किसी विक्रेता को लगता है की उसके साथ लॉजिस्टिक कस्टमर या कस्टमर ने फ्रॉड किया है तो वह एसपीएफ के अंतर्गत कंपनसेशन के लिए क्लेम कर सकता है |
  • यदि विक्रेता ने किसी ग्राहक को सही अनडैमेज्ड प्रोडक्ट दिया हो और बाद में ग्राहक डैमेजड प्रोडक्ट रिटर्न करता है तो इस स्थिति में भी साक्ष्यों के आधार पर विक्रेता एसपीएफ के अन्तरगत कंपनसेशन के लिए क्लेम कर सकता है | इसके अलावा यदि किसी ग्राहक द्वारा वास्तविक उत्पाद किसी अन्य वस्तु से रिप्लेस कर दी जाती है तब भी फ्लिपकार्ट के साथ ऑनलाइन बिज़नेस करने वाला विक्रेता कंपनसेशन के लिए क्लेम कर सकता है और यदि वस्तुएं इधर से उधर भेजने के दौरान( ड्यूरिंग ट्रांसिट ) डैमेज्ड हो जाती है तब भी विक्रेता कंपनसेशन के लिए क्लेम कर सकता है।

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