भारत में E-Commerce बिज़नेस कैसे शुरू करे How to Start ECommerce Business Hindi

ई- कॉमर्स बिज़नेस शुरू करना अपने आप में थोड़ा हार्ड वर्क है। आज दुनियां में काफी ऐसी कम्पनियां है जो ई- कॉमर्स बिज़नेस करती है जैसे Amazon, Flipkart, Snapdeal, Meesho etc। इन कंपनियों ने दिखा दिया है की इंटरनेट पर भी बिज़नेस का उम्दा भविष्य है।

ऑनलाइन बिज़नेस करना किसी भी प्रोडक्ट और सर्विस को ऑनलाइन बेचना उसे ई-कॉमर्स  बिज़नेस कहते है ।इसकी शुरुवात 1979 में अमेरिका से हुई थी इंटरनेट के ज़माने में ये बिज़नेस ही काफ़ि ज्यादा सफल होने वाला है।भारत में भी ई-कॉमर्स बिज़नेस करना एक फायदेमद हो सकता है।

 

ई-कॉमर्स बिज़नेस के 3 प्रकार

  1. B2B- इसमें हम अपने प्रॉडक्ट्स को किसी अन्य बिज़नेस को बेचते है, Business to Business ।
  2. B2C- इसमें हम अपने प्रॉडक्ट्स को कस्टमर को बेचते है,Business to Customer ।
  3. C2C- यहाँ बिज़नेस कस्टमर से कस्टमर के बीच होता है , Customer to Customer ।

 

भारत में ई-कॉमर्स बिज़नेस का विकास

भारत में ई- कॉमर्स बिज़नेस की बात करे तो 2017-18 के आकड़ो के हिसाब से एकोनिमिक्स सर्वर से पता चला था की भारत में ई-कॉमर्स बिज़नेस 33 मिलियन डॉलर के बराबर है जो लगातार 20% की रफ़्तार से हर साल बढ़ रहा है इन आकड़ो से पता लगता है की भारत में ई कॉमर्स बिज़नेस को कितना स्कोप है।

ई-कॉमर्स डेफिनेशन

आप इससे भी अनुमान लगा सकते है की लोग और दुनिया कितनी तेजी से इंटरनेट पर जा रही है और अभी 65% इंटरनेट पर है और भारत में ये अकड़ा 70% है सभी लोग तेजी से इंटरनेट पर आ रहे है। जहां की बिज़नेस करने का स्कोप ज्यादा है ये बिज़नेस बहुत जल्दी से अपनी मार्किट में तेजी से विकास करेगा।

ई-कॉमर्स बिज़नेस का भारत में स्कोप

ई-कॉमर्स बिज़नेस है जो भारत में व्यापक विकास देखा जा रहा है कि इंटरनेट और तेजी से बढ़ता स्मार्टफोन बाजार में प्रवेश के द्वारा समर्थित है। बाजार के आंकड़े बताते हैं कि भारतीय ई-कामर्स बाजार बढ़ रहा है 25% की दर, सभी 100 द्वारा $ 2022 बिलियन के निशान को हिट करने के लिए तैयार हैं।

बिज़नेस प्लान और मॉडल बनाएं

बिज़नेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको एक परफेक्ट बिज़नेस प्लान और बिज़नेस मॉडल तैयार कर लेना है। और इनके बारे में पूरी जानकारी के साथ रिसर्च करे। इसके लिए आपके पास 2 विकल्प है, इनमे से किसी भी विकल्प को आप चुन सकते है।

 

Single Vendor Store

अगर आपका बजट कम है तो आप सिंगल वेन्डोर स्टोर को चुन सकते है । इसमें आप किसी भी एक ही प्रकार के प्रोडक्ट्स या सर्विस को अपनी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर बेच सकते है। इसमें लागत भी कम होता है और इसका पूरा कट्रोल आपके हाथ में ही रहता है।

 

Multi Vendor E-commerce Store

इसमें काफी सारे सेलर कई तरह के प्रोडक्ट्स एक ही ई- कॉमर्स वेबसाइट पर बेचते है। इसके कुछ ज्यादा ही फायदे है और इसके प्रॉफिट भी ज्यादा होते है और लोगो को एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी चीज़े भी मिल जाती है जिस कारण ये जल्दी ही लोकप्रिय बन जाती है।

 

Branding The Business

जब आप ये तय कर लेते है की आपको किस प्लेटफॉर्म और किस प्रकार का ई-कॉमर्स बिज़नेस शुरू करना है । तब बारी आती है अपना बिज़नेस नाम चुनने की और अपने बिज़नेस का नाम एक ब्रांडेड चुनिए। मदद के लिए आप गूगल पर जाकर सर्च कर सकते है नाम का छोटा होना आवश्यक है ताकि याद रखने में आसानी हो और किसी अन्य बिज़नेस कंपनी से न मिलता हो।नाम चुनने के बाद आपको एक वेबसाइट और एक Logo भी बनवाना है।

 

अपनी कंपनी बनाये

बिज़नेस का नाम रखने के बाद आपको 1 कंपनी को रजिस्टर करवाना पड़ता है।भारत में 5 प्रकार की कम्पनिया है जिन्हें आप  रजिस्टर करवा सकते है।

  1. Partnership Firm
  2. One Person Company
  3. Sole Proprietorship
  4. LLP-Limited Liability Company
  5. Private Limited
  6. चालू बैंक खाता

जब आपकी कंपनी रजिस्टर हो जाती है तो  उसके बाद आपको कंपनी के नाम से ही एक बैंक अकाउंट बनवाना होता है।ये आप किसी भी बैंक में ओपन करवा सकते है ,और इसके लिए कुछ दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है और कुछ बैंक के फॉर्म भरने पड़ते है।

 

इ-कॉमर्स वेबसाइट

इ-कॉमर्स वेबसाइट बिज़नेस एक वेबसाइट से ही शुरू होता है क्योकि ये ऑनलाइन बिज़नेस होता है और आपके बिज़नेस को ऑनलाइन ले जाने के लिए एक वेबसाइट बनवानी पड़ती है। इसके लिए आपको अपने बिज़नेस के नाम से एक Domain नाम लेना पड़ता है और एक होस्टिंग की जरूरत पड़ती है। उन दोनों के Name Server को चेंज करने के बाद एक वेबसाइट बनती है। अगर आप इसके बारे में जानकारी नहीं है तो सबसे पहले वेबसाइट के बारे में सीखना होगा ।क्योकि इस बिज़नेस को चलाने के लिए आपको वेबसाइट चलानी आनी चाहिए और इसकी शुरुवात के लिए आप शुरू में वेबसाईट डिजाइन और डेवलपमेंट कंपनी से  सहायता ले सकते है और उनसे इसके बारे में पूरी जानकारी ले सकते है।

 

पेमेंट्स ऑप्टशन चुने

जब आप अपने बिज़नेस के लिए वेबसाइट बना लेते है, तो उसके बाद अपने प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए पेमेंट ऑप्शन अपनी वेबसाइट में लगाना होता है। जिससे की आपके पास बेचे गए प्रोडक्ट्स की पेमेंट यहाँ पहुँचती है।

आपको ऑनलाइन बिज़नेस को प्रॉफिट में लाने के लिए इसमें Payment Getway जोड़ना  होता है, जिसमे हर प्रकार के पेमेंट्स ऑप्शन जैसे क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, UPI Payment, Online Banking, or Cash Transaction के ऑप्शन जरूर होने चाहिए। इसे पूरा करने के लिए कुछ बैंक से जुड़े कागजात एवं बैंक अकाउंट नंबर आपको अपनी ऑनलाइन वेबसाइट पर डालना होगा।

 

डिलिवरी लॉजिस्टिक चुने

भारत में एक सफल ई- कॉमर्स बिज़नेस के लिए ये सेटप बहुत जरूरी है किसी कस्टमर को किये गए आर्डर को उसकी जगह तक पहुँचाना । इसकी लिए बहुत ही सावधानिया बरतनी होती है , इसमें समय समय पर प्रोडक्ट्स की लोकेशन को अपडेट करना होता है । जिससे की  कस्टमर को भी पता लगे की उसको खरीदा हुआ सामान कहा तक  पंहुचा है।

इसके लिए हमें एक लिस्ट बनानी पड़ती है और जो भारत में सबसे तेज और अच्छी डिलीवरी देते है इसके लिए आप इनमे से किसी एक को चुन सकते है जो की आपके बिज़नेस को रफ़्तार देने में अच्छा काम आएगी।

 

वेबसाईट को लोगों तक पहुचाना

आप ये उम्मीद नहीं कर सकते की आपकी वेबसाइट बनते ही  एक दम से कस्टमर की लाइन लग जायगी। अगर आप इस बिज़नेस में सफल होना चाहते है तो आपको अपनी वेबसाइट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाना होगा। और इसके लिए आप कुछ सेटप्स को फॉलो कर सकते है।

Search Engine Optimization Marketing

स्मार्ट मार्केटिंग के लिए पूरी दुनिया आज SEO का प्रयोग कर रही है अगर आप ऑनलाइन कस्टमर को अपने e-commerce बिज़नेस के साथ जोड़ना चाहते है तो आपको अपनी वेबसाइट पर आपको SEO  का प्रयोग करना होगा इसके बाद गूगल अपने आप ज्यादा से ज्यादा लोगो तक आपकी वेबसाइट को पंहुचा देगा वो भी फ्री में लेकिन इसके लिए आपको अपनी वेबसाइट का SEO का प्रयोग करना पड़ेगा।

Choose Right Keywords

एक सर्वे के अनुसार एक मिनट में 7 लाख से भी ज्यादा गूगल सर्च की जाती है अगर आपकी वेबसाइट इन searches में आती है तो आपके पास कस्टमर की लाइन लगने वाली है। इसके लिए आपको अच्छे से  अच्छे कीवर्ड का प्रयोग करना है।अगर आप SEO की मदद से गूगल सर्च में आना चाहते है तो आपको सबसे पहले कीवर्ड की और ध्यान देना पड़ेगा।

Advertisements For Website

एडवर्टीजमेंट एक Paid तरीका है जिससे हम अपनी ई-कॉमर्स वेबसाईट  को ज्यादा से ज्यादा कस्टमर के सामने ला सकते है। आप इसके लिए सोशल मीडिया पर भी paid ads ऑप्शन का प्रयोग कर सकते है और इससे आपकी वेबसाइट ज्यादा से ज्यादा लोगो के सामने जायगी और इस तरह आपके कस्टमर भी बढ़ेंगे।

Retargeting Customers

रिटारगेटिंग एक ऐसा विकल्प है की जैसे की कोई आपकी वेबसाइट पर आता है और बिना कुछ ख़रीदे वापिस चला जाता है तो आप रिटारगेटिंग की मदद से वेबसाइट की तरफ से उसके पास बार बार मैसेज जायगा ताकि वो बार बार आपकी वेबसाइट को विजिट करे और वहा से कुछ प्रोडक्ट्स को अवश्य ख़रीदे।

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