भारतीय पुलिस सेवा यानि की आईपीएस भारत सरकार की तीन अखिल भारतीय सेवाओं आईआरएएस (इंडियन रेलवे अकाउंट सर्विस), आईएएस (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस), आईएफएस (इंडियन फॉरेस्ट सर्विस) में से एक है। आईपीएस का गठन वर्ष 1948 में हुआ था। आईपीएस के लिए कैडर कंट्रोलिंग अथॉरिटी गृह मंत्रालय के पास होती है। एक आईपीएस ऑफिसर को केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों द्वारा नियोजित किया जाता है।
आईपीएस की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, अगर आईपीएस बनना आपका भी सपना है तो आप 12 वीं के बाद से ही आईपीएस बनने की तैयारी करना शुरु कर दीजिये, तो आइए हम आपको IPS Officer kaise bane के बारे में बताते हैं।
आईपीएस बनने के लिए क्वालिफिकेशन, IPS Officer kaise bane
आईपीएस परीक्षा में भाग लेने के उम्मीदवार को मांगी गयी सभी अनिवार्य योग्यताओं को पूरा करना होगा जैसे- IPS बनने के लिए योग्यता, आयुसीमा, राष्ट्रीयता, फिजिकल मापदंड आदि, जो कि आपको निचे बताये जा रहे हैं।
एजुकेशन क्वालिफिकेशन
सिविल सर्विस एग्जाम की आईपीएस परीक्षा में आवेदन करने के लिए आवेदक का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए। पर जो स्टूडेंट्स अंतिम वर्ष के रिजल्ट का इंतज़ार कर रहे है वे भी इस परीक्षा में आवेदन दे सकते हैं ।
राष्ट्रीयता
आईपीएस ऑफिसर बनने के लिए आवेदक का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
आईपीएस बनने के लिए आयु सीमा
आईपीएस ऑफिसर बनने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष व अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष है।
General
- आयु सीमा :- 21-32 साल
- परीक्षा के प्रयास :- 6 प्रयास
OBC
- आयु सीमा :- 21-35 साल (+3 साल की राहत)
- परीक्षा के प्रयास :- 9 प्रयास
SC/ST
- आयु सीमा :- 21-37 साल (+5 साल की राहत)
- परीक्षा के प्रयास :- कोई सीमा नहीं
शारीरिक मापदंड
कद (Height) –
IPS Ke Liye Height for Man:
जनरल कैंडिडेट के लिए, पुरुषों की हाइट कम से 165 सेमी (5 फुट 5 इंच) और एससी (SC)/ ओबीसी (OBC) कैंडिडेट के लिए, पुरुषों की लम्बाई कम से कम 160 सेमी (5 फुट 4 इंच) होनी चाहिए।
IPS Ke Liye Height for Girl:
जनरल कैंडिडेट के लिए, स्त्रियों की हाइट कम से कम 150 सेमी (4 फुट 12 इंच) और एससी (SC)/ ओबीसी (OBC) कैंडिडेट के लिए, स्त्रियों की हाइट 145 सेमी (4 फुट 9 इंच) होनी चाहिए।
छाती (Chest) –पुरुष उम्मीदवारों की छाती कम से कम 84 सेमी होनी चाहिए और महिला उम्मीदवार के लिए छाती 79 सेमी होनी चाहिए।
नेत्र दृष्टि (Eye Sight) –स्वस्थ आंखों का विज़न 6/6 या 6/9 होना चाहिए और कमजोर आंखों का विज़न 6/12 या 6/9 होना चाहिए। द्विनेत्री दृष्टि आवश्यक है। आँखो पर दूर के नंबर -4.00D से ज़्यादा नहीं होने चाहिए और नज़दीक के नंबर +4.00D से ज़्यादा नहीं होने चाहिए।
IPS Officer kaise bane
- 12वीं कक्षा किसी भी विषय के पास करें।
आईपीएस ऑफिसर बनने का सबसे पहला पड़ाव है अच्छे अंकों से 12वीं क्लास पास करना है। आप जिस भी विषय में इंटरेस्ट रखते है उस विषय से 12वीं कर सकते है।
- अपना ग्रेजुएशन किसी भी स्ट्रीम से पूरा करें।
12वीं क्लास पूरी करने के बाद आपको किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से अपना स्नातक यानि ग्रेजुएशन पूरा करना होगा, क्योंकि बिना ग्रेजुएशन के आप यूपीएससी की सिविल सर्विस एग्जाम के लिए एलिजबल नही हो सकते है। इसलिए अगर अब तक आपने अपना ग्रेजुएशन पूरा नहीं किया है तो सबसे पहले किसी भी स्ट्रीम (आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स या मैथ्स) जिसमें आपकी रूचि है उससे अपना ग्रेजुएशन कम्पलीट करें।
- UPSC की परीक्षा के लिए आवेदन करें।
अब यूपीएससी की ऑफिसियल वेबसाइट UPSC.Gov.In से आईपीएस परीक्षा के लिए ऑनलाइन वेबसाइट आवेदन करें। जैसा कि हमने आपको बताया कि आईपीएस की परीक्षा यूपीएससी द्वारा आयोजित होती हैं। UPSC द्वारा निर्धारित आईपीएस एग्जाम पैटर्न के आधार पर यह परीक्षा और पूरी चयन प्रक्रिया को तीन चरणों में विभाजित किया जाता है।
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- मुख्य परीक्षा (Main Exam)
- साक्षात्कार (Interview)
जो उम्मीदवार इन तीनों चरणों को पूरा कर लेता है उसे आईपीएस ऑफिसर के पद पर नियुक्त कर दिया जाता है।
4. UPSC की प्रीलिमिनरी परीक्षा पास करें।
प्रारंभिक परीक्षा आईपीएस ऑफिसर बनने के लिए पहला चरण होता है तथा जिसे क्वालीफाइंग पेपर भी कहते है। यह जून से लेकर अगस्त माह के बीच में आयोजित की जाती है। इसमे सारे प्रश्न Objective टाइप के होते है यानि हर प्रश्न के उत्तर के लिए 4 विकल्प दिए होते है। इसमे 2 पेपर होते है जो कि 200-200 अंक के होते है। इसलिए यह कुल 400 अंकों की परीक्षा है। इसमे Negative Marking भी होती है। इसके प्रश्न-पत्र हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों भाषा में होते है। यह परीक्षा क्लियर करने के बाद ही आप आईपीएस कि मुख्य परीक्षा में बैठ सकते है।
5. अब मेन एग्जाम को क्लियर करें।
मेन एग्जाम में कुल 9 पेपर होते है जो कि डिस्क्रिप्टिव टाइप के होते है। इसमें 7 पेपर मेरिट के होते है और 2 भाषा के होते है। इसमें 2 तरह के प्रश्न होते है डिस्क्रिप्टिव/निबंध पेपर और ऑप्शनल पेपर। यह दोनों परीक्षा क्लियर करने के बाद ही उम्मीदवार को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
6. इंटरव्यू को क्लियर करें।
यह आईपीएस ऑफिसर बनने का अंतिम चरण होता है। इसमें यूपीएससी के प्रतिष्ठित अधिकारीयों द्वारा आमंत्रित कैंडिडेट्स का इंटरव्यू लिया जाता है। इस साक्षात्कार के 275 अंक होते है। यह लगभग आधे घंटे से 45 मिनट तक चलता हैं। इसमे कैंडिडेट का आत्मविश्वास, खुद को प्रस्तुत करने की क्षमता, विचार, व्यक्तित्व, रवैया आदि को परखा जाता है।
7. अब अंत में IPS की ट्रेनिंग पूरी करें।
इन तीनों चरणों को क्लियर करने के बाद ही उम्मीदवार को आईपीएस की ट्रेनिंग के लिए योग्य माना जाता है। आईपीएस की ट्रेनिंग तीन साल की होती है जिसमें प्रशासन और पुलिसिंग के हर छोटी से लेकर बड़ी चीजों के बारे में सिखाया जाता है। उन तीन सालों के बाद उम्मीदवार को IPS का पद पर नियुक्त कर दिया जाता है और पद के लिए शपथ दिलवाई जाती है।