इंसान जन्म से ही अंत तक कुछ-न-कुछ सीखता है। इंसान हमेशा कुछ-न-कुछ शिक्षा लेता ही है, और अपने-आप को पहले से और बेहतर बनाने की कोशिश करता है। शिक्षा तो हर क्षेत्र की होती है, जैसे:- शारीरिक शिक्षा, मानसिक शिक्षा, किताबी शिक्षा, खेल की शिक्षा या कलात्मक शिक्षा। लेकिन आज हम उस शिक्षा की बात कर रहें हैं, जो हम स्कूल, कॉलेज में, कोचिंग्स में किताबों से लेते हैं।
जीवन में सफलता को पाने के लिए और कुछ हटके, कुछ अलग करने के लिए शिक्षा सभी मानव जातियों के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण साधन है। यह हमें जीवन के कठिन समय में चुनौतियों से सामना करने में सहायता करता है।
सम्पूर्ण शिक्षण प्रक्रिया के दौरान प्राप्त किया गया ज्ञान हम सभी और प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन के प्रति हमे आत्मनिर्भर बनाता है। यह जीवन में बेहतर संभावनाओं को प्राप्त करने के अवसरों के लिए विभिन्न दरवाजे खोलती है जिससे हमारे कैरियर के विकास को बढ़ावा मिले। ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा बहुत से जागरूकता अभियान चलाए जाने लगे हैं। यह समाज में सभी व्यक्तियों में समानता की भावना लाती है और देश के विकास और वृद्धि को भी बढ़ावा देती है।
आज के समाज में शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है। शिक्षा के उपयोग तो अनेक हैं परंतु उसे नई दिशा देने की आवश्यकता है। शिक्षा इस प्रकार की होनी चाहिए कि एक व्यक्ति अपने परिवेश से परिचित हो पाए। शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक आवश्यक साधन है। हम अपने जीवन में शिक्षा के इस साधन का उपयोग करके बहुत कुछ अच्छा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों की सामाजिक और पारिवारिक सम्मान को एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रुप से बेहद महत्वपूर्ण समय होता है, यहीं कारण है कि शिक्षा हमारे जीवन में इतना महत्व रखती है।
शिक्षा की मुख्य भूमिका क्या है?
आज की आधुनिक तकनीकी संसार में शिक्षा मुख्य भूमिका को निभाती है। आजकल, शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत सारे तरीके मौजूद हैं। शिक्षा का पूरा तंत्र अब बदल चुका है। हम अब 12वीं कक्षा के बाद दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम (डिस्टेंस एजूकेशन) के माध्यम से भी नौकरी के साथ ही पढ़ाई भी कर सकते हैं। शिक्षा बहुत महंगी नहीं है, कोई भी कम धन होने के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकता है। दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से हम आसानी से किसी भी बड़े और प्रसिद्ध विश्वविद्यालय में बहुत कम शुल्क पर प्रवेश ले सकते हैं। अन्य छोटे संस्थान भी किसी विशेष क्षेत्र में कौशल को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
आधुनिक शिक्षा प्रणाली
अच्छी शिक्षा हमारे जीवन में बहुत से उद्देश्यों को प्रदान करती है , जैसे; व्यक्तिगत उन्नति को बढ़ावा, सामाज के स्तर में बढ़ावा, सामाजिक स्वस्थ में सुधार, आर्थिक प्रगति, राष्ट्र की सफलता, जीवन में लक्ष्यों को निर्धारित करना, हमें सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक करना और पर्यावरण समस्याओं को सुलझाने के लिए हल प्रदान करना और अन्य सामाजिक मुद्दे आदि। दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के प्रयोग के कारण, आजकल शिक्षा प्रणाली बहुत साधारण और आसान हो गयी है। आधुनिक शिक्षा प्रणाली, अशिक्षा और समानता के मुद्दे को विभिन्न जाति, धर्म व जनजाति के बीच से पूरी तरह से हटाने में सक्षम है।
विद्या सर्वश्रेष्ठ धन है
विद्या एक ऐसा मूल्यवान धन है जिसे ना तो कोई चुरा सकता है और ना ही कोई इसे छीन सकता है। यह एक मात्र ऐसा धन है जो बाँटने पर कम नहीं होता, बल्कि की इसके विपरीत बढ़ता ही जाता है। हमने देखा होगा कि हमारे समाज में जो शिक्षित व्यक्ति होते हैं उनका एक अलग ही मान सम्मान होता है और लोग उन्हें हमारे समाज में इज्जत भी देते हैं। इसलिए हर व्यक्ति चाहता है कि वह एक साक्षर हो प्रशिक्षित हो इसीलिए आज के समय में हमारे जीवन में पढ़ाई का बहुत अधिक महत्व हो गया है। इसीलिए आपको यह याद रखना है कि शिक्षा हमारे लिए बहुत जरूरी है इसकी वजह से हमें हमारे समाज में सम्मान मिलता है जिससे हम समाज में गर्व से सर उठा कर जी सकते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का महत्व
हम अपने पेरेंट्स और शिक्षक के प्रयासों के द्वारा अपने जीवन में एक अच्छे शिक्षित व्यक्ति बनते हैं। वे वास्तव में हमारे शुभ चिंतक हैं, क्योंकि वो हमारे जीवन को सफलता की ओर ले जाने में मदद करते हैं । आजकल, शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए बहुत सी सरकारी योजनाएं चलायी जा रही हैं ताकि, सभी की उपयुक्त शिक्षा तक पहुँच संभव हो। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शिक्षा के महत्व और लाभों को दिखाने के लिए टीवी और अखबारों में बहुत से विज्ञापनों को दिखाया जाता है क्योंकि पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों के लोग गरीबी और शिक्षा की ओर अधूरी जानकारी के कारण पढ़ाई करना ही नहीं चाहते हैं।
गरीबों और माध्यम वर्ग के लिए शिक्षा
पहले, शिक्षा प्रणाली बहुत ही महंगी और कठिन हुआ करती थी, गरीब लोग 12वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम नहीं हुआ करते थे। समाज में लोगों के बीच बहुत अन्तर और असमानतायें हुआ करती थी। उच्च जाति के लोग, अच्छे से शिक्षा प्राप्त करते थे और निम्न जाति के लोगों को स्कूल या कालेज में शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति नहीं थी। यद्यपि, अब शिक्षा की पूरी प्रक्रिया और विषय में बड़े स्तर पर परिवर्तन किए गए हैं। इस विषय में भारत सरकार के द्वारा सभी के लिए शिक्षा प्रणाली को सुगम और सस्ती करने के लिए बहुत से नियम और कानून लागू किये गये हैं।
आज के समय में सबसे अधिक महत्वपूर्ण, दूरस्थ शिक्षा प्रणाली ने उच्च शिक्षा को सस्ता और सुगम बनाया है, ताकि पिछड़े क्षेत्रों, गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए भविष्य में समान शिक्षा और सफलता प्राप्त करने के अवसर मिल पाए। भलीभाँति शिक्षित व्यक्ति एक देश के मजबूत आधार स्तम्भ होते हैं और भविष्य में इसको आगे ले जाने में सहयोग करते हैं। इस तरह शिक्षा वो उपकरण है, जो जीवन, समाज और राष्ट्र में सभी असंभव स्थितियों को संभव बनाती है।
Shiksha ke labh bataiye ( शिक्षा के लाभ पर निबंध )
शिक्षा: उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक उपकरण
शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए महत्वपूर्ण आवश्यक उपकरण है। हम जीवन में शिक्षा के इस उपकरण का प्रयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों को सामाजिक और पारिवारिक आदर और एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। शिक्षा का समय सभी के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत रुप से बहुत महत्वपूर्ण समय होता है। यह एक व्यक्ति को जीवन में एक अलग स्तर और अच्छाई की भावना को विकसित करती है। शिक्षा किसी भी बड़ी पारिवारिक, सामाजिक और यहाँ तक कि राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं को भी हर करने की क्षमता प्रदान करती है। हम से कोई भी जीवन के हरेक पहलू में शिक्षा के महत्व को अनदेखा नहीं कर सकता। यह मस्तिष्क को सकारात्मक ओर मोड़ती है और सभी मानसिक और नकारात्मक विचारधाराओं को हटाती है।
व्यक्तित्व निखारे शिक्षा
शिक्षा हमारे जीवन को सुंदर बनाती हैं, हमें सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ाती है हमारे जीवन को उन्नति प्राप्त कराती है। हमे शिक्षा के माध्यम से ज्ञान की प्राप्ति होती है और हमारे व्यक्तित्व को निखरता हैं। आज के समय में व्यक्ति का अच्छा व्यक्तित्व होना बहुत जरूरी है। किसी भी क्षेत्र में व्यक्तित्व अच्छा होने से व्यक्ति को अग्रता मिलती है। अच्छे व्यक्तित्व का आज इतना महत्व बढ़ गया है, कि आज की चयन प्रक्रिया में व्यक्तित्व का एक चरण होता है। आज के समय में रोजगार पाने के लिए व्यक्तित्व अच्छा होना बोहोत जरूरी है। व्यक्तित्व के भी अंक दिए जाने लगे हैं। आज कल तो डेटिंग एप्लिकेशंस से भी युवा एक दूसरे को जानने के लिए बात-चीत कर के एक दूसरे का व्यक्तिव जानने की समझने की कोशिश करते हैं। आज के आधुनिक युग में व्यक्ति का व्यक्तित्व बहुत महत्वपूर्ण हैं इस लिए शिक्षा बहुत जरूरी हैं।
रोजगार पाने के लिए
ये तो बहुत पहले से देखा जा रहा है कि जो व्यक्ति शिक्षित है, उसे आराम का काम करने को मिलता है, और जो व्यक्ति अशिक्षित है उसे मेहनत, मजदूरी करनी पड़ती है। लेकिन आज के आधुनिक युग में व्यक्ति को कही भी कोई साधारण सी नौकरी के लिए भी शिक्षित होना जरूरी है। आज जब रोजगार की कमी है और जनसंख्या बढ़ गई है, तो हर व्यक्ति रोजगार के लिए भाग रहा है। जो शिक्षित है उसे रोजगार के क्षेत्र में अग्रता मिलती है, उन्हे अच्छा काम मिलता है, उन्हे शारीरिक श्रम कम करना पड़ता है और मानसिक रूप से श्रम करना पड़ता है। काम के घंटो की अच्छी पगार भी मिलती है लेकिन जो शिक्षित नहीं है, उसे मजदूरी करनी पड़ती है, काम के घंटो के पैसे कम मिलते हैं, पगार भी कम मिलता है, शारीरिक श्रम बोहोत ज्यादा करना पड़ता है इस लिए अच्छा रोजगार पाने के लिए व्यक्ति का शिक्षित होना बहुत आवश्यक है।
ज्ञान बढ़ता है
शिक्षा से हमारा ज्ञान बढ़ता है, हम इतिहास में हुई घटनाओं के बारे मे जानते हैं, सोचते हैं, समझते हैं और उससे सिख लेते हैं। शिक्षा प्राप्ति के लिए हम स्कूल जाते हैं। वहां हम कई अलग-अलग विषय सीखते हैं, कई तरह के खेल खेलते हैं, कई तरह की भाषाओं को लिखना और पढ़ना सीखते हैं। शिक्षा से हमारा ज्ञान बढ़ता है। शिक्षा प्राप्त कर के व्यक्ति कई भाषाओं को सीखता है और उस भाषा में बड़े दिग्गजों की अच्छी किताबें पढ़ता है, और ज्ञान अर्जित करता है, अपने ज्ञान का विस्तार करता हैं। ज्ञान प्राप्त करने से हमारे व्यक्तित्व का सम्मान होता है। जब भी किसी मुद्दे पर चर्चा होती है ज्ञानी व्यक्ति की राय ली जाती है इससे उसका सम्मान बढ़ता है। शिक्षा के माध्यम से हम अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं और अपना सर्वांगीण विकास साध सकते हैं।
अच्छा जीवनसाथी मिलना
आज के स्मार्ट युग में हर कोई चाहता है कि उसका जीवनसाथी पढ़ा-लिखा हो, ज्ञानी हो, परिपक्व हो, आर्थिक रूप से स्थिर हो और ये सब तो शिक्षा के माध्यम से ही मुमकिन है। शिक्षित व्यक्ति अपना जीवनसाथी सोच समझ कर चुनता है की जिस से आगे चल कर भविष्य में कोई परेशानी न हो। दोनो का रिश्ता भविष्य में भी स्वस्थ रहे। कोई भी लड़की का पिता अपनी बेटी के लिए अच्छा सा पढ़ा-लिखा वर चुनते हैं। जिससे आगे चल कर भविष्य में कोई परेशानी न हो। आज के समय में अच्छा जीवनसाथी पाने के लिए आपका पढ़ा-लिखा, शिक्षित व्यक्ति होना जरूरी है साथ ही अच्छा जीवनसाथी चुनने के लिए समझ भी शिक्षा के माध्यम से ही विकसित होती है।
धनवान बनने के लिए
कोई भी व्यक्ति बिना शिक्षा के धनवान नही बन सकता। अगर हम अंबानी को भी देखे तो उन्होंने किताबी शिक्षा नही ली थी लेकिन उन्होंने एक बार अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने अपनी जेब के पाचसो रुपए महंगी होटल में खर्ची थी सिर्फ इस लिए की उन्हे जानना था की अमीर लोग बातें क्या करते हैं, सोचते क्या है, कैसे बैठते हैं और उन्होंने भी सिख ली थी की वक्त बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप शिक्षा लेने स्कूल या कॉलेज जा रहे हैं तो अमीर बनने में बोहोत कम समय लगेगा, आपके पास डिग्री होगी, रोजगार होगा, पैसे होंगे, आपकी अपनी गाड़ी, अपना घर होगा और आप अमीर होंगे। शिक्षा हमारे जीवन में सुख-संपति की कमी नही होने देती। शिक्षित व्यक्ति किसी भी तरह धन कमा सकता हैं।
सम्मान की प्राप्ति
शिक्षित व्यक्ति के जीवन में सम्मान की कमी कभी नहीं होती। जो व्यक्ति शिक्षा प्राप्त करता है उसके पास ज्ञान भी अच्छा-खासा होता है। शिक्षित व्यक्ति की राय भी हमेशा ली जाती हैं। जो व्यक्ति ज्ञानी है उसको शारीरिक श्रम भी कम करना पड़ता है और धन भी ज्यादा मिलता है। आज के समय में सम्मान धनराशि देख कर भी की जाती है इस लिए शिक्षित व्यक्ति के पास धन भी ज्यादा होता है, और इस हिसाब से उसका सम्मान भी ज्यादा होता है। व्यक्ति शिक्षा प्राप्त करता है तब उसके अंदर भावनात्मक विकास भी होते हैं, वो लोगो के भावों को समझता है और करुणा निभाता है। इस लिए भी शिक्षित व्यक्ति का सम्मान ज्यादा किया जाता है।
सामाजिक जवाबदारी
हर व्यक्ति की कुछ सामाजिक जवाबदारियां होती हैं। शिक्षित व्यक्ति अपनी सामाजिक जवाबदारियां ठीक से निभाता हैं। जैसे की महिलाओं का सम्मान करना, महिलाओं को अग्रता देना, देश का सम्मान करना, राष्ट्र गीत का सम्मान करना, बाल मजदूरी को रोकना, खुले में शौच न करना, दहेज प्रथा को रोकना आदि। शिक्षा प्राप्त व्यक्ति अपनी इन सामाजिक जवाबदारियों को अशिक्षित व्यक्ति के मुकाबले में ज्यादा अच्छे से निभाता हैं और देश को, अपने परिवार को, गौरवान्वित करवाता हैं।
शिक्षा लोगों के मस्तिष्क को बड़े स्तर पर विकसित करने का काम करती है तथा इसके साथ ही यह समाज में लोगों के बीच के सभी भेदभावों को हटाने में भी सहायता करती है। यह हमें अच्छा अध्ययनकर्ता बनने में मदद करती है और जीवन के हर पहलू को समझने के लिए सूझ-बूझ को विकसित करती है। यह सभी मानव अधिकारों, सामाजिक अधिकारों, देश के प्रति कर्तव्यों और दायित्वों को समझने में हमारी सहायता करती है।