वृक्षारोपण के लाभ – वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है ( vriksharopan ke labh )

इंसान को जीने के लिए शुद्ध हवा, साफ पानी, खाना, रहने को घर चाहिए और ये सब हमारे पास अगर मौजूद है तो सिर्फ पेड़ की ही वजह से। अगर पेड़ ना होते तो धरती पर कोई इंसान या कोई भी जीव नही होता। क्योंकि हवा सांस लेने लायक ही नहीं होती। हम पेड़ की पूजा भी करते हैं और अपनी जरूरतों के हिसाब से उसे काटते भी हैं। हमारी भारतीय सनातन धर्म की संस्कृति में पेड़ों को प्रकृति देवी का रूप माना गया हैं। पेड़ों के कई लाभ है जिसके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे, तो चलिए आज आपको हम इस लेख में वृक्षारोपण के कई महत्त्व पूर्ण लाभ बताते हैं।

विभिन्न प्रयोजनों के लिए पौध को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को वृक्षारोपण है। इसके अलावा, वृक्षारोपण के पीछे कई कारण हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण हैं वानिकी, भूमि सुधार और भूनिर्माण। वृक्षारोपण की प्रत्येक प्रक्रिया अपने आप में महत्वपूर्ण और अनूठी है।

वृक्षारोपण का सबसे आम और ज्ञात उद्देश्य वानिकी है। पृथ्वी के पर्यावरण के पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने के लिए वन बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, पहले वन पृथ्वी की सतह के एक बड़े हिस्से को कवर करने के लिए उपयोग करते थे। लेकिन, अब उद्योगों के कारण वनों की तेजी से कटौती और बंदोबस्त के लिए भूमि के कारण वनों की संख्या कम हो गई है।

इसके अलावा प्राकृतिक रूप से जंगल का विकास होता है। वनों की गति को तेज करने के लिए इसमें हमारा योगदान जरूरी है। साथ ही, यह वनों की कटाई के कारण होने वाले नुकसान से जंगल को उबरने में मदद करेगा। साथ ही हमारे सहयोग से वृक्षारोपण की गति को बढ़ाया जा सकता है।

मानव तथा वृक्षों का संबंध

मानव सभ्यता के उदय के आरंभिक समय में मनुष्य वन तथा गुफाओं में ही निवास किया तथा पेड़ों की डालियों को काटकर उसे हथियार बनाकर जानवरों का शिकार करके अपना पेट भरता था।वह पेड़ की छाल को ही अपने वस्त्र के रूप में और पेड़ के पत्तों को अपने भोजनपत्र के रूप में उपयोग लेता था।

वृक्ष का सीधा संबंध मनुष्य के जीवन पर है। मनुष्य बिना वृक्ष वातावरण के जीवित नहीं रह सकता। क्योंकि वर्तमान में प्रदूषण की वजह से पर्यावरण में बहुत अधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड है। इस कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करके वृक्षों द्वारा ऑक्सीजन को उत्सर्जित किया जाता है। ऑक्सीजन मनुष्य के श्वसन के लिए जरूरी गैस है। ऑक्सीजन के बिना मनुष्य का जीवित रहना संभव नहीं है।

इसके अलावा वृक्षारोपण के कई और भी फायदे हैं। अन्य फायदों के रूप में अगर बात करें तो वृक्षारोपण की वजह से उगाए जाने वाले पेड़ पौधों की लकड़ी जिसे मनुष्य अपने घरेलू कामों के लिए उपयोग में लेता है तथा फर्नीचर के संपूर्ण कार्य वृक्षो पर ही निर्भर है।

हम इस प्रकार के वृक्षारोपण शहरों या शहरी क्षेत्रों में करते हैं। इनमें से अधिकांश क्षेत्रों में पेड़-पौधों का अभाव है। इसके अलावा, वृक्षारोपण इन क्षेत्रों को रहने लायक बनाता है। यह शहर के माहौल को और अधिक सुंदरता प्रदान करता है।

इसके अलावा, यह एक अच्छी भावना प्रदान करता है और जगह को रहने लायक बनाता है। यह आसपास को सुंदर बनाने का सबसे आसान तरीका है। सुधार के उद्देश्य से अक्सर हमारे घर के पार्कों, बगीचों, सड़कों के किनारे, सोसायटी और बगीचे में पेड़ लगाए जाते हैं।

 

वृक्ष प्रदूषण को कैसे रोक्ता है?

वर्तमान में नगरों तथा महानगरों में बहुत सारे उद्योग धंधो की संख्या बढी हैं इनसे धुआ तथा विषैली गैस इत्यादि निकलती हैं जो कि वायु को दूषित कर रही हैं। पेड़ -पौधे विषैली गैसों को रोक कर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाता हैं। अतः धरती को प्रदूषण से रहित तथा यहां पर रहने वाले लोगों को सुखी व स्वस्थ रखना हैं तो हमें वृक्ष संरक्षण तथा वृक्षारोपण पर ध्यान देना पड़ेगा।

मनुष्य द्वारा पेड़ों की कटाई- मानव अपने आर्थिक लाभ के लिए पेड़ों की निरंतर कटाई कर रहा हैं जिसका दुष्परिणाम हमारे पर्यावरण पर पड़ रहा हैं। कटाई के परिणाम स्वरुप मनुष्य को बहुत सारी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा हैं। धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा हैं। बर्फीले पहाड़ों के भाग पिघल कर बिखर रहे हैं। निरंतर बाढ़ का खतरा बढ़ रहा हैं। पेड़ -पौधे प्रकृति की शान है इनके कारण ही मानव अभी तक पृथ्वी पर जीवित हैं।

 

वृक्षों की महत्वता

मानव सभ्यता के विकास के साथ-साथ जब मनुष्य ने जंगलों को छोड़ा और झोपड़ी में रहने लगा तो उनके निर्माण के लिए भी वह पेड़ के पत्तों व डाली का ही उपयोग करता था। वर्तमान में कुर्सी ,खिड़की ,दरवाजे सभी मुख्यता लकड़ी से ही बनाए जाते हैं। पेडो से हमे कई प्रकार के फल, फूल ,औषधिया प्राप्त होती हैं। पेड़ों की वजह से ही वर्षा होती हैं। जिससे हमें जल मिलता हैं। वर्षा के लिए हमे वृक्षारोपण करना चाहिए।

  • हमारी संस्कृति अनुसार पूजनीय

हमारी भारतीय संस्कृति में पेड़ों को पूजनीय माना गया है। हम बरगद, तुलसी, पीपल, केले का पेड़, नीम जैसे पेड़-पौधों की पूजा करते हैं उसमे जल चढ़ाते हैं। हम पूजा में हवन भी लकड़ियों से ही करते हैं। हम विवाह में भी मंडप लकड़ियों से ही बनाते हैं। यहां तक कि जन्म लेने के बाद हम बचपन में झूला भी लकड़ी के पालने में झूलते हैं और मृत्यु के समय लकड़ी पर ही जलते हैं। अगर पेड़ ना होता तो लकड़ियां न होती तो ये सब कार्य कैसे होते? पेड़ हमारे जीवन में कई तरह से पूजनीय है और जीवन में अभिन्न अंग की तरह जुड़ा हुआ है।

  • पेड़ औषधि के रूप में 

प्राचीन काल की सारी औषधियां पेड़ों से ही ली गई थी जैसे नीम, अश्वगंधा, मुलेठी, धनवती, शिकाकाई, एलोवेरा, तुलसी आदि। आज भी हमारे भारत देश में देसी दवाइयां मिलती है जो प्राकृतिक औषधियों से ही बना होता है।

  • साफ पानी के लिए पेड़ों का महत्व 

आज अगर पेड़ ना होते तो गंगा एक औषधि नदी के रूप में न जानी जाती। जब गंगा पहाड़ों से गुजराती है तब मार्ग में आने वाले औषधीय पौधे और पेड़ों की औषधि को खुद में समेलित कर के आगे बढ़ती है, इसीलिए गंगा का पानी साफ और पवित्र होता है। पेड़ नदियों के किनारे रोपें जाते है जिससे नदी का क्षेत्र बढ़े नही और उसका पानी साफ रहे। इस लिए अगर हम साफ पानी पी पा रहे हैं तो इसका श्रेय भी पेड़ों को जाता है।

  • पेड़ हमे भोजन देता है

पेड़ हमे, फल, हरी सब्जियां, अनाज देता है अगर पेड़ ही नहीं होता तो हमे भोजन नही मिलता। पेड़ से ही ईंधन बनता है और आग जलाई जाती थी पहले के लोग चूल्हे पर खाना बनाते थे और लकड़ी से आग लगा कर खाना पकाते थे अब भी अनाज तो पेड़ों की हो देन है। अगर पेड़ ना हो तो हमे फिर से आदिवासियों की तरह शिकारी बनना पड़ेगा और भोजन के लिए भटकना पड़ेगा। पेड़ है तो भोजन है और भोजन है तो हम है इसी लिए पेड़ है तो हम हैं।

  • पेड़ है तो ऑक्सिजन है

पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड के बदले ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है और हवा को शुद्ध करता है। आज इस संसार में हम पृथ्वी पर ही जी सकते हैं, मानव जीवन सिर्फ पृथ्वी पर ही संभव है। किसी और ग्रह पर जीवन मुमकिन ही नही,  क्योंकि पेड़ सिर्फ पृथ्वी पर ही है, इसलिए ऑक्सीजन सिर्फ पृथ्वी पर ही है और मानव जीवन ऑक्सीजन के बिना शक्य ही नहीं है। अगर हम जी रहे हैं तो सिर्फ पेड़ों की वजह से वरना पेड़ के बिना जीवन मुमकिन ही नही है। अगर पृथ्वी पर पेड़ ना रहे तो ऑक्सीजन मिलेगा ही नहीं और मानव जीवन का नाश हो जायेगा। इस लिए पेड़ है तो ऑक्सिजन है और ऑक्सीजन है तो मानव जीवन है।

  • हानिकारक गैसों को अवशोषित करता है

पेड़ कई तरह के हानिकारक गैसों को अवशोषित करता है और उसे शुद्ध करता है। अगर पेड़ ना रहेंगे तो ये हानिकारक गैस मानव जीवन का अंत कर सकते है या फिर खेत के अनाज को खराब कर सकते हैं। पेड़ ही है जो हमें इन हानिकारक गैसों से बचाता हैं।

  • मिट्ठी बहने से रोकता है

आपने देखा ही होगा खेत के किनारों पर अक्सर पेड़ लगाए गए होते हैं ,अक्सर लोग समझते हैं की ये पेड़ खेत के मजदूरों को छाव देने के लिए होते हैं। हालांकि ये तो सच ही है, लेकिन असल में ये पेड़ इस लिए लगाए गए होते हैं, क्योंकि तेज हवा या पानी का तेज बहाव खेत की मिट्टी को बहा न ले जाए। मिट्टी के बहाव से खेत की उत्पादन क्षमता पर प्रभाव पड़ता हैं और खेत की फलद्रुप्ता घटती है। अगर खेत की मिट्टी का बहाव हो जायेगा तो खेत उत्पाद खराब हो सकते हैं। इस लिए पेड़ बोहोत महत्व पूर्ण है खेत उत्पादों के लिए।

  • वर्षा के लिए

आपने सुना ही होगा की जहां पेड़ ज्यादा होते हैं, वहां बारिश भी ज्यादा होती हैं और जहां पेड़ नही होते वहां बारिश देर से और कम होती है। जैसे गुजरात और राजस्थान में बारिश कम होती है जबकि केरल में बारिश ज्यादा होती है। इस लिए बारिश लाने के लिए पेड़ों का होना बोहोत जरूरी है।

  • तनाव कम करने के लिए

आज कल की व्यस्त जीवन शैली में हर तीसरा इंसान मानसिक स्वास्थ्य से परेशान हैं। हर इंसान को तनाव हैं। तनाव से मुक्त होने के लिए पेड़ व्यक्ति का सबसे अच्छा दोस्त है। जो भी इंसान प्रकृति से जुड़ा रहता है, उसे तनाव कम होता है। हाल ही के एक अध्ययन में पाया गया है की पेड़ों के आसपास रहने से, हरी घास पर चलने से 70 प्रतिशत तक तनाव को मुक्त किया जा सकता है। इतना ही नहीं पथिक को पेड़ छाव भी देता है।

  • सूरज के रेडिएशन से बचाए

पेड़ हमे सूरज की किरणों के रेडिएशन से बचाता है और कई तरह के रोग जो सूरज के ओजोन लेवल के घटने से हो सकते हैं उससे बचाता है।

  • आर्थिक लाभ

कई लोग आज भी लकड़ियां बेच कर अपना जीवन यापन करते हैं। पेड़ों की कीमत अच्छी है क्योंकि पेड़ से कुर्सी, टेबल, दरवाजा, खिड़की आदि बनाया जाता हैं और ईंधन में भी उपयोगी है।

  • शिक्षा के लिए जरूरी

पढ़ाई के लिए कागज, टेबल, पेंसिल, ब्लैकबोर्ड, चोक जैसी चीज भी पेड़ों से ही बनती है। अगर वृक्षारोपण ना किया जाए तो इस धरती पर पेड़ नही रहेंगे और न ही मानव-जाति का अंश होगा।

 

वृक्षारोपण के लाभ – वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है ( vriksharopan ke labh )

 

वृक्षारोपण का महत्व

वृक्ष वातावरण को शुद्ध व स्वच्छ बनाते हैं। इनसे ही बारिश होती है जिस जगह ज्यादा पेड़ होते हैं वहा ज्यादा बारिश होती हैं। यह भूमि की उर्वरता को बढ़ाते हैं। वन हमे शीतल छाया और हवा देते हैं। पेड़ों हमें कई प्रकार की प्राकृतिक आपदा से बचाते हैं। पेड़ों से हमें फल ,फूल ,औषधिया मिलती हैं। पेड़ हमे कड़ी धूप में छांव तथा ठंडी हवा देते हैं। पेड़ों पर पक्षी घोंसला बनाकर रहते हैं।

यह कहना गलत नहीं होगा कि पेड़ हमारे मित्र हैं। मनुष्य का प्रारंभ भी प्रकृति और पेड़ पौधों से हुआ हैं। पेड़ ,पौधे और प्रकृति के बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं हैं। पेड़ों की जडे मिट्टी को कसकर पकड़े रखती हैं। पेड़ो के कारण ही उपजाऊ मिट्टी हवा के साथ नहीं उडती हैं।

यह मिट्टी के कटाव को रोकते हैं तथा इनके सूखे पत्ते जमीन पर गिरते जो कि बाद मे सड़कर खाद का काम करते हैं ये भूमि की उर्वरता बढाते हैं। हमें मानव के सूखी जीवन के लिए निरंतर पेड़ लगाते रहने चाहिए तथा पेड़ों का संरक्षण करना चाहिए। सचमुच पेड़ हमारे मित्र हैं और उनके बिना हमारा जीवन संभव नहीं हैं।

वृक्षारोपण के लाभ 

  • वृक्षारोपण से ही हम विश्व को कई आने वाली आपदाओं से बच सकते है ।
  • वृक्षारोपण से हमारी धरती का श्रृंगार होता है । बिना पेड़ पौधों के कोई भी स्थान निर्जीव से लगता है ।
  • पेड़ हमारे पर्यावरण से हानिकारक कार्बनडाई ऑक्साइड को ग्रहण कर हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं जो हर जीव के जीवन की सबसे पहली जरूरत है।
  • वृक्ष भूमि के कटाव को भी रोकते हैं जिससे मृदा अपरदन होने की समस्या काफी कम हो जाती है ।
  • वृक्षों से ही हमारे पर्यावरण में वर्षा होने का कारण बनता है । जहां पर वृक्ष ज्यादा होतें वहां बारिश भी अच्छी होती है ।
  • पेड़ों से हमें स्वादिष्ट फल , फूल और जीवन देने वाली औषधियां मिलती है जिससे जीवों की प्राण रक्षा होती है । वृक्षारोपण से वैश्विक तापमान में कमी आएगी जिससे बढ़ , भूकंप और ज्वालामुखी जैसी आपदाओं को रोक जा सकता है ।
  • वृक्षों से हमें लकड़ियां प्राप्त होती हैं जिससे तमाम तरह के फर्नीचर और घर बनाये जाते है ।
  • आज कल जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में घुस आते हैं क्योंकि हमने उनके घर यानी वनों को नष्ट कर दिया है । वृक्षरोपण से हम पशु और पक्षियों को उनका आसरा दे सकते है , जिससे वह उनके अनुकूल वतावरण में रह सकें ।

वृक्षारोपण एवं वन संरक्षण एक स्वस्थ वातावरण और जीवन के अस्तित्व के लिए वृक्षारोपण करना और वनों को काटने से बचाने की आवश्यकता है । इसके लिए राज्यों , राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रयास किये जा रहे है । भारत में वन नीति के लिए 30 प्रतिशत कवर का लक्ष्य रखा गया है लेकिन अभी अपने लक्ष्य से थोड़ा सा दूर है । इसके लिए प्रतिकरात्मक बनारोपण निधि अधिनियम -2016 जैसे प्रयास उल्लेखनीय हैं । अभी की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने कई नीतियाँ च योजना तथा कार्यक्रमों को लागू किया है । इसमें राष्ट्रीय नीति 1988 , प्रतिकरात्मक बनारोपण निधि अधिनियम -2016 आदि प्रमुख हैं । वृक्षारोपण व संरक्षण के लिए कुछ अन्य कार्यक्रम भी सक्रिय रहते हैं ।

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